आया है तो जाने की तय्यारी भी कर ले गठरी बांध कर रख लें जाने कब कूच करने का संदेसा आ जाये मौहलत एक पल की भी ना मिलेगी ऐसी आंधी चलेगी डाल से झड़ा सूखा पत्ता दूर तलक उड़ता जायेगा जाने कहां ...
आया है तो जाने की तय्यारी भी कर ले गठरी बांध कर रख लें जाने कब कूच करने का संदेसा आ जाये मौहलत एक पल की भी ना मिलेगी ऐसी आंधी चलेगी डाल से झड़ा सूखा पत्ता दूर तलक उड़ता जायेगा जाने कहां ...