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काली रात में वो एक नजर उस बाप की । कहानी अब उसको बाप न कहलाने की

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अपने घर की इज्जत से न खेल जाइए जब हैवानियत है आपमैं तो बाप न कहलाइए

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Prerna Jha

Meri baton ki tum gehrai m na jao Jo likhti hu m tum us khai m na jao Gaddhe kai h in fazo ke bich Suno jara smabhal ke kahin tum gir to ab na jao

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