अंत ही आरंभ की जननी है। जहां अंत है वहीं आरंभ की शुरुआत है। अगर अंत ना होता तो आरंभ भी ना होती। हर अंत के गर्भ में आरंभ का एक बीज पहले से ही छुपा होता है। महाप्रलय के बाद जब सृष्टि की रचना ...
अंत ही आरंभ की जननी है। जहां अंत है वहीं आरंभ की शुरुआत है। अगर अंत ना होता तो आरंभ भी ना होती। हर अंत के गर्भ में आरंभ का एक बीज पहले से ही छुपा होता है। महाप्रलय के बाद जब सृष्टि की रचना ...