सोहर बाबा मोरे देता पढ़ाई न हो रोकी देता अजूरी भराई न हो। देता हमरो सपना सजाई--- त रोकी देता अजूरी--- मान-मर्यादा रखाई न हो त उँगली केहू उठाई न हो पढ़-लिख कुछु बन जाइब त पिया घर ...
सोहर बाबा मोरे देता पढ़ाई न हो रोकी देता अजूरी भराई न हो। देता हमरो सपना सजाई--- त रोकी देता अजूरी--- मान-मर्यादा रखाई न हो त उँगली केहू उठाई न हो पढ़-लिख कुछु बन जाइब त पिया घर ...