शिखा परी , कानपुर उ. प्र. से हैं । इंजीनियरिंग और जर्नलिज़म करने के बाद लिखने में मन रमता गया। पिछले 9 साल से ब्लॉगिंग में सक्रिय। नारीवाद लेखन के लिए जानी जाती हैं। दो उपन्यास लिख चुकी हैं। देश की विभिन्न पत्र - पत्रिकाओं में लिखती रहती हैं।
सारांश
शिखा परी , कानपुर उ. प्र. से हैं । इंजीनियरिंग और जर्नलिज़म करने के बाद लिखने में मन रमता गया। पिछले 9 साल से ब्लॉगिंग में सक्रिय। नारीवाद लेखन के लिए जानी जाती हैं। दो उपन्यास लिख चुकी हैं। देश की विभिन्न पत्र - पत्रिकाओं में लिखती रहती हैं।
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