शृंखला छल - कपट षड् रिपु के विकार स्वार्थ लिए खटपट द्वार नरक का खोलें शृंखला छल - कपट । विवेक हीन विचार निरर्थक ये चापट क्षणभंगुर फायदा शृंखला छल - कपट । चार दिन की जिंदगी गुजरेगी झटपट ढ़ोये पाप की ...
शृंखला छल - कपट षड् रिपु के विकार स्वार्थ लिए खटपट द्वार नरक का खोलें शृंखला छल - कपट । विवेक हीन विचार निरर्थक ये चापट क्षणभंगुर फायदा शृंखला छल - कपट । चार दिन की जिंदगी गुजरेगी झटपट ढ़ोये पाप की ...