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"शिव सती के प्रेम और वियोग" पर कविता

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शिव के प्रेम की सार है शक्ति, शिव के प्रेम की आधार है शक्ति। शिव मन के हर कोण में शक्ति, प्रकृति की अवतार है शक्ति। _ शक्ति के नैनों मे शिव है, शक्ति की छवि मे शिव है। शक्ति के दर्शन मे शिव है, शक्ति ...