कहता है शिल्पकार सुन..... शिलाखण्ड ! तू धैर्य न अपना खोना छेनी और हथौड़े से कुछ चोटे तुझको दूँगा गढ़कर तुझको मूर्तिरुप साकार तुझे कर दूँगा दूँगा जब आकार तुझे तब ...
कहता है शिल्पकार सुन..... शिलाखण्ड ! तू धैर्य न अपना खोना छेनी और हथौड़े से कुछ चोटे तुझको दूँगा गढ़कर तुझको मूर्तिरुप साकार तुझे कर दूँगा दूँगा जब आकार तुझे तब ...