सुनो एक शिकायत है तुमसे, बोलूंगी तो क्या मानोगे उसे। जब जाना ही था जिंदगी से तो, सपना बनकर आए ही क्यों थे।। वीरान सी थी जो जिंदगी उसमें, खुशी की बहार लाए ही क्यों थे चाहतों का जो सिलसिला सा था, हमने ...

प्रतिलिपिसुनो एक शिकायत है तुमसे, बोलूंगी तो क्या मानोगे उसे। जब जाना ही था जिंदगी से तो, सपना बनकर आए ही क्यों थे।। वीरान सी थी जो जिंदगी उसमें, खुशी की बहार लाए ही क्यों थे चाहतों का जो सिलसिला सा था, हमने ...