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शीत ऋतु

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शीत ऋतु शबाब पर है। सुबह ओश की बूंदें अनंत नन्हें सूर्यों का निर्माण कर रही हैं और रात्रि में लगता जैसे चांद कुम्हला गया है। धुंध में सिमट गया है जीवन फिर भी कह रहा कोई धैर्य धरो हे पथिक बस ...

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Sub divisional officer (SDO) working in Bihar Government

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