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shayri

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1:कौन जीने के लिए मरता रहे...        लो सँभालो अपनी दुनियां हम चले।। 2: इबादत के चिरागों से बदल जाती हैं तकदीरें अन्धेरी रात के आँसू खुदा से बात करते हैं..💖 ...

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Priya Chauhan

dard jo juba se bya n ho sakte

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