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शायरी

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वो जो आहट हुई है आपके आने की, है हसरत अब कुछ कर गुजर जाने की, अभी तक दूर से पढ़ते थे आपके हुस्न के कसीदे , अब आरजु है उल्फत-ए-वफ़ा निभाने की।                                              प्रेम प्रतीक ...

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Prem Prateek
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