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कुछ बात है दुनियां दुनियां नहीं है हम काँटों से भरे ये रास्ते कैसे चलेंगे हम अगर तुम आ जाओ तो मौसम बदल जाए ना तुम आयी ना ये मौसम बदला ...

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Zaid khan
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