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शायरी ए दिल

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1. हजारों की भीड़ में अकेला खड़ा था था में बुरा ऐसा सबको लग रहा था। मेहनत कर कामयाबी की जब छू ली मंजिल उन्हीं लोगों को फिर अच्छा लगने लगा था। 2. मिलो ना सही पर बात तो करती झूठी ही सही मुलाकात तो ...

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लेखक के बारे में

कलम कहे बहुत कुछ...✍️🌱🌹

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