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शरद की पूनम रात

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आज रात चांदनी है मन करता है इसे अपने बाहों में जकड़ कर रख लूं कभी दूर इसे जाने ना दूं इसको कभी भी ढलने ना दूं कोई अगर ऐसे ही थाम कर रख लेता कभी भी दूर नहीं जाने देता मैं उसका बहुत ही शुक्रिया ...

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पूर्वार्थ

I love my self . love to express and explore life in every aspect and every emotion . love reading writing .

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