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शांति।। Peace स्वरचित कविता

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शांति यह है  के सागर में खोया हुआ वह मोती, जो चमक उठे पाकर ठहराव का ज्योति। इसे सहज ना पाने पर दुख के रास्तों में मत हो जाओ, प्रयास करो लगातार मिले तो इसकी खुशी में खो जाओ। कहीं और मत ढूंढो यह ...