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शैल वर्णिक छंद

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शैल वर्णिक छंद 2-2 या चारों चरण सम तुकांत 122    122      122    212 खिलाएं तुझे भोज हाथों से तभी । पुकारे तुझे श्याम आओ जी अभी । मिलो नाथ देखूँ तुझे मैं प्यार से । ख़ुशी दूँ कि सत्कार औ' आभार ...

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कवयित्री

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