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शालभंजिका

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जैतवन से महावैद्य का विचरण वल्लभी की ओर था। मक्खलिपुत्त गोशाल और महामोदगलायन पवित्र चरणों का अनुसरण कर रहे थे। समीप ही तलैया में विस्मृत करता कमल का फूल खिल उठा। वह संबोधि की अभिलाषा में काल की ...

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Vibhuti

न्याय विक्रम के अधीन है, न्यायाधीशों के नहीं.!

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