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सावधानी हटी दुर्घटना घटी

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नन्हा मयंक – तो बस रोता ही जा रहा था, जिसने भी उसे देखा खुद को रोक ना पाया, क्या मौहल्ले वाले और क्या मार्किट के दुकानदार, सभी बाहर निकल आये, देखा तो मंजरी उसे गोद में उठा तेज़ी से भागे जा रही थी, ...

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लेखक के बारे में
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Kumar Bhardwaj

कुमार भारद्वाज एक व्यवसायी और ट्रेनर होने के साथ साथ लेखक भी है, हिंदी भाषा और कहानियों के प्रति उनका लगाव वर्षों पुराना है, अपनी शोर्ट और लॉन्ग स्टोरीज के माध्यम से वो समाज को सन्देश देना चाहते है, उनका मानना है की आज लोग विशेषकर भारत में बातें तो बहुत करते है पर आगे बढ़कर अपना सहयोग देने से कतराते है, शिकायत करने से कुछ नहीं होता - आज जरुरत है तो उन विषयों पर बात करने की जो माइक्रो लेवल से शुरू हो कर कल हम सभी के जीवन में अपनी इतनी गहरी पैठ बना लेते है की फिर उनसे लड़ना कठिन हो जाता है है

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