pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

सस्ती शायरी

0

यूं जवाब दिए बिना नजर झुकना तेरा, तुझे गुनहगार बनाता है, हर दिन किसी के घर बजता शामियाना, तेरी याद दिलाता है, रंगों से सजी है सबकी दुनिया, देखती हु मैं, फिर उस महफिल में तेरा न होना अकेलेपन का एहसास ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
ANAMIKA SHUKLA

शुरू किया है सफर का सिलसिला, मुश्किल है थोड़ा पर ये रुकेगा नही। नासाज सी लगती है जिंदगी तुम बिन, अब भी ये दिल तुम बिन कही लगेगा नही। https://www.instagram.com/shivika_love0953?igsh=M2QxZnM0ZWYwZjRt

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है