यूं जवाब दिए बिना नजर झुकना तेरा, तुझे गुनहगार बनाता है, हर दिन किसी के घर बजता शामियाना, तेरी याद दिलाता है, रंगों से सजी है सबकी दुनिया, देखती हु मैं, फिर उस महफिल में तेरा न होना अकेलेपन का एहसास ...
शुरू किया है सफर का सिलसिला, मुश्किल है थोड़ा पर ये रुकेगा नही।
नासाज सी लगती है जिंदगी तुम बिन, अब भी ये दिल तुम बिन कही लगेगा नही।
https://www.instagram.com/shivika_love0953?igsh=M2QxZnM0ZWYwZjRt
सारांश
शुरू किया है सफर का सिलसिला, मुश्किल है थोड़ा पर ये रुकेगा नही।
नासाज सी लगती है जिंदगी तुम बिन, अब भी ये दिल तुम बिन कही लगेगा नही।
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