यूं जवाब दिए बिना नजर झुकना तेरा, तुझे गुनहगार बनाता है, हर दिन किसी के घर बजता शामियाना, तेरी याद दिलाता है, रंगों से सजी है सबकी दुनिया, देखती हु मैं, फिर उस महफिल में तेरा न होना अकेलेपन का एहसास ...
यूं जवाब दिए बिना नजर झुकना तेरा, तुझे गुनहगार बनाता है, हर दिन किसी के घर बजता शामियाना, तेरी याद दिलाता है, रंगों से सजी है सबकी दुनिया, देखती हु मैं, फिर उस महफिल में तेरा न होना अकेलेपन का एहसास ...