हिंदू विवाह एक धार्मिक संस्कार है, जिसे जन्म जन्मांतर तक चलने वाला रिश्ता और अटूट बंधन माना जाता है। इस संस्कार का सप्तपदी एक अभूतपूर्व अंग है। सप्तपदी यानी सात फेरे वर और कन्या अग्नि को साक्षी मानकर ...
सेवा निवृत प्रधानाचार्य हूं। साहित्यिक अभिरुचि के कारण सन् २००० से विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। 'अहिंसा आज भी प्रासंगिक है' २५६ प्रष्ठ की एक पुस्तक भी प्रकाशित हो चुकी है।
सारांश
सेवा निवृत प्रधानाचार्य हूं। साहित्यिक अभिरुचि के कारण सन् २००० से विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। 'अहिंसा आज भी प्रासंगिक है' २५६ प्रष्ठ की एक पुस्तक भी प्रकाशित हो चुकी है।
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