मैं और मेरे चाचा की लड़की थे तो हम उम्र पर हम दोनों में जमीन आसमान का अंतर था। वह कहां शान्त गम्भीर और मैं पुरी तरह खिलंदड़ी।वह ह र किसी की चहेती क्यों कि किसी का कोई काम हो दीदी हर किसी के लिए ...
मैं और मेरे चाचा की लड़की थे तो हम उम्र पर हम दोनों में जमीन आसमान का अंतर था। वह कहां शान्त गम्भीर और मैं पुरी तरह खिलंदड़ी।वह ह र किसी की चहेती क्यों कि किसी का कोई काम हो दीदी हर किसी के लिए ...