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नमस्ते जी...मैं तृषा...मैं ...तृषा ...ना...कभी कभी आत्मग्लानि महसूस करती हूँ..सही गलत के बीच झूलती हूँ...माधव ही मार्गदर्शन  कीजिए...राह दें..राह दें 🙏🙏 माधव...पापाजी ने पैसे..रूतबे ...और पावर के ...