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साहिल पर शायरी

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1. जिंदगी बढ़ रही जिस वक्त ऐ रफ़्तार से     साहिले ऐ मंजिल से नजदीकियाँ बढ़ गई। 2.दिल है एहसासों का समंदर सा    अंदर नहीं कोई साहिल उसका 3. पानी में उठती लहरों को साहिल समेट लेता है।     आज जो तूफान ...

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Pratham Sahani

प्रथम उर्फ ओम। नाम दो हैं पर मतलब एक।यानी मैं

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