उनकी इक सफेद झूठ , हमारा हौसला बढ़ाती है , गर न करते ऐतबार , उनकी बातों का , हम कहां इन ऊचाईयों , को हाँसिल कर पाते , जंमी पर रहतें , जंमी के हीं चक्कर ...
उनकी इक सफेद झूठ , हमारा हौसला बढ़ाती है , गर न करते ऐतबार , उनकी बातों का , हम कहां इन ऊचाईयों , को हाँसिल कर पाते , जंमी पर रहतें , जंमी के हीं चक्कर ...