pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

जो मंजिल तक पहुंचाएंगे

4
1

सारे रिश्ते, छूटेंगे, घाट तक पहुंचाएंगे, वो भी मतलब नहीं रहा, तो बीच रास्ते में छोड़ जायेंगे, मगर नाता, उस श्याम राधा से जोड़ों , होली उनके संग में खेलो, जो मंजिल तक पहुंचाएंगे। बोलो राधे राधे ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Ashwani Kumar

मैं एक साधारण व्यक्ति हूं, मैं खुद सम्मान न चाहते हुए, , प्यार, प्रेम, सद्भावना के साथ, आपको सम्मान व स्नेह देना मेरे आदत में शामिल है ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है