सिनेमाघर के घुप्प अंधेरे में भी राहुल की आंखें बरबस खन्ना-अंकल के उस हाथ पर थीं जो उसकी मम्मी के कंधों और कमर पर बार-बार बहक रहा था. मम्मी के अनुसार खन्ना-अंकल ने यह फिल्म इसलिए चुनी थी कि चार्ली- ...
सिनेमाघर के घुप्प अंधेरे में भी राहुल की आंखें बरबस खन्ना-अंकल के उस हाथ पर थीं जो उसकी मम्मी के कंधों और कमर पर बार-बार बहक रहा था. मम्मी के अनुसार खन्ना-अंकल ने यह फिल्म इसलिए चुनी थी कि चार्ली- ...