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सामान

4.0
1282

पिता के मरने के जब दोनों के बीच निरंतर झगड़ा बढ़ता गया तो दोनों ने अलग होने का निर्णय ले लिया। बंटवारे के तय शुदा दिन घर के आँगन में सारा सामान इकठ्ठा किया जाने लगा। बर्तन भांडे, कपडे लत्ते, गहने जेवर, ...

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लेखक के बारे में
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Veena Bhatia
    21 जानेवारी 2024
    very touching
  • author
    Indu Jain
    13 मे 2021
    very touchy!
  • author
    pankaj jain
    24 एप्रिल 2021
    marmik katu satya
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  • author
    Veena Bhatia
    21 जानेवारी 2024
    very touching
  • author
    Indu Jain
    13 मे 2021
    very touchy!
  • author
    pankaj jain
    24 एप्रिल 2021
    marmik katu satya