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रूह का रिश्ता

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कैसे ये रिश्ते बनाये है प्रभु पहले रहते हमारे मन में   फिर आते हमारी ज़िन्दगी में ऐसे होते रूह के रिश्ते बंधन ऐसे जुड़ जाते हैं इतने गहरे हो जाते हैं फिर ना टूटे जन्म जन्मांतर ऐसे होते रूह के ...