pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

रस्सी

0

ये जो रस्सी घर के आंगन में है बंधी , यह मात्र वस्त्र सुखाने हेतु नहीं है , यह प्रमाण है इस बात का , इस धरा का यह जो छोटा सा अंश है ना , मात्र एक टुकड़ा नहीं मात्र एक मकान नहीं , यह एक ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Sushma Vohra
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है