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रंग मंच

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जीवन का दूसरा नाम अगर कहे तो रंग मंच से बेहतर न कह सकेगे-----!! जब किसी बच्चे का जन्म होता है उसी पल रंग मंच का पर्दा उठ्ता है- हमारा जीवन सबसे बड़ा मंच है जहाँ हम हर तरह के अभीनय निभाते है- दुख ...

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लेखक के बारे में

"गुफ्तुगुँ करने मे मै ज़रा तंग-ए-लब हूँ मेरी ख़ामोशियाँ करती है बयाँ हाल मेरा-"बुशरा रज़ा

समीक्षा
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  • author
    Sana Ansari
    23 ಫೆಬ್ರವರಿ 2019
    बहुत बढ़िया पेशकश दोस्त
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    Sana Ansari
    23 ಫೆಬ್ರವರಿ 2019
    बहुत बढ़िया पेशकश दोस्त