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रामकली

4.5
22079

रमेश की शादी हुए अभी एक महीना भी नहीं हुआ था की उसकी पत्नी प्रिती ने अलग रहने की बात कही। रामकली पर तो जैसे पहाड़ टूट पड़ा हो उसने रमेश से कहा क्या हुआ बेटा क्या परेशानी है ,तु प्रिती की बातो में न ...

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लेखक के बारे में

जन्म 23 मई पांढुर्ना जिला छिंदवाड़ा। शिक्षा - शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बेतुल से ३ वर्षीय डिप्लोमा, भोज् यूनिवर्सिटी भोपाल से बी.ए. मे हिंदी साहित्य से पढ़ाई कर रहा हूँ।वर्तमान राजा भोज एअरपोर्ट भोपाल में कार्यरत। रूचि कविता, कहानी, यात्रा व्रतांत लेखन पीपुल्स समाचार व् नवदुनिया में कविता प्रकशित। प्रतिलिपी साहित्य समारोह 2017 -विशेष सम्मानित किया गया (रेपिस्ट और कातिल)कहानी के लिए । साहित्य कला मंच सीहोर - मान पत्र। विश्व हिंदी संस्थान कनाडा (भोपाल) - मान पत्र एहबाबे उर्दू व साहित्य कला मंच देवास - मान पत्र रंजन कलश द्वारा - माहेश्वरी सम्मान दिया गया राष्ट्रीय कवि चौपाल से - मनीषी सम्मान दिया गया। 2019 विश्व मैत्री मंच व साहित्य साधिका मंच आगरा से - सारस्वत सम्मान 2019 आरिणी चेरिटेबल फाउंडेशन की ओर से - राष्ट्रीय आरिणी साहित्य सम्मान सुर ताल संगम लखनऊ व अन्नपूर्णा सेवा संस्थान सीतापुर ( कांरवा) की ओर से--- समाज रत्न सम्मान बुक क्लीनिक पब्लिकेशन से - नारी तु नारायणी ( साझा संग्रह) लेखक मनोज देशमुख, साक्षी जैन आगामी पुस्तक - एलियंस जो की जल्दी आने वाली है । इतर इलेक्ट्रोनिक्स एंड टेलीकॉम्युनिकेशन में । [email protected] / Mobile no. 9713467500

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Atul Sharma
    27 October 2018
    vartaman samaj ka kadava satya
  • author
    Meena Bhatt.
    20 October 2018
    बहुत सुंदर सच कहा है कि अपने से ज्यादा पराए अपने होते बस प्यार की जरूरत है।एक आत्म निर्भर कहानी।धन्यवाद
  • author
    27 February 2019
    काव्य गंगा विश्व स्तरीय मोबाइल एप्स की प्राथमिकता तैयारियां पूर्ण हो गयी है। काव्य गंगा में वित्तीय संकट है आप हमारे संरक्षक सदस्य बनकर काव्य गंगा को प्रवाहित कर सकते है। आप अपना विजिटिंग कार्ड फोटो और मात्र 1100/ भेज कर अजीवन संरक्षक सदस्य बन सकते है।। संरक्षक शुल्क यहां पर भेजे। * विजय कुमार मिश्र- एसबीआई खाता 11507804347 आईएफसी SBIN0004806 काल प्लीज 6260201191
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    Atul Sharma
    27 October 2018
    vartaman samaj ka kadava satya
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    Meena Bhatt.
    20 October 2018
    बहुत सुंदर सच कहा है कि अपने से ज्यादा पराए अपने होते बस प्यार की जरूरत है।एक आत्म निर्भर कहानी।धन्यवाद
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    27 February 2019
    काव्य गंगा विश्व स्तरीय मोबाइल एप्स की प्राथमिकता तैयारियां पूर्ण हो गयी है। काव्य गंगा में वित्तीय संकट है आप हमारे संरक्षक सदस्य बनकर काव्य गंगा को प्रवाहित कर सकते है। आप अपना विजिटिंग कार्ड फोटो और मात्र 1100/ भेज कर अजीवन संरक्षक सदस्य बन सकते है।। संरक्षक शुल्क यहां पर भेजे। * विजय कुमार मिश्र- एसबीआई खाता 11507804347 आईएफसी SBIN0004806 काल प्लीज 6260201191