गुजरे हुए कल से, मेरी आंखें भर आई। वह बचपन की बातें, फिर याद आई। बचपन गया जब, तब जवानी आई। दुनिया की समझ, जिम्मेदारी नजर आई। कहां खो गया, वह बचपन हमारा। जिनसे हंसते थे, लड़ते थे, मस्ती के ...
गुजरे हुए कल से, मेरी आंखें भर आई। वह बचपन की बातें, फिर याद आई। बचपन गया जब, तब जवानी आई। दुनिया की समझ, जिम्मेदारी नजर आई। कहां खो गया, वह बचपन हमारा। जिनसे हंसते थे, लड़ते थे, मस्ती के ...