pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

प्रिये

1

तुम गंगा की अल्हड़ धारा, मैं सड़को पे लगता जाम प्रिये, तुम काशी विश्वनाथ सी आस्था, मैं पत्थर पर पिसता भांग प्रिये.. ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Abhilesha Mhatre

Gemini 🫶

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है