प्रेम का वृक्ष एक उगना अपनी जीवन की बगिया मे प्रेम के जल से इसे सींचना हर पल अपने आँगन मे प्रेम पुष्प मे मुझे देखना भीगो जब भी सावन मे धूप पड़े जो कभी दुखो की आ जाना तुम छाव मेरी ...... ...
प्रेम का वृक्ष एक उगना अपनी जीवन की बगिया मे प्रेम के जल से इसे सींचना हर पल अपने आँगन मे प्रेम पुष्प मे मुझे देखना भीगो जब भी सावन मे धूप पड़े जो कभी दुखो की आ जाना तुम छाव मेरी ...... ...