प्रेम प्रतीतिहि कपि भजे, सदा धरै उर ध्यान तेहि के कारज सकल शुभ , सिद्ध करें हनुमान (५) हनुमान जी द्वारा रचित श्री राम स्तोत्र ॐ नमो भगवते उत्तमश्लोकाय नम: आर्यलक्षणशीलव्रताय ...
बधाई हो! प्रेम प्रतीतिहि कपि भजे, सदा धरै उर ध्यान तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करें हनुमान (५)
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