pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

तुमको पाने की चाहत में मैं खुद को खोता गया, मैं तेरा नहीं अजनबी खुद का होता गया तू रोक न ले कहीं खुद को इसलिए मैं अंदर ही अंदर रोता गया तेरी मजबूरियों को सोचकर मैं खुद को कोस्ता गया मैं तुझे ...