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प्रेम और मोह

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प्रेम! सभी बंधन, जाति, धर्म और मोह इन सब से बड़ा है, प्रेम का कोई आधार नहीं होता, ये निराधार है। ये किसी से भी कभी भी, कहीं भी हो सकता है। ये बताकर नहीं आता। और ना ही हमारे वश में होता है। ये तो ...

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लेखक के बारे में
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Rohit Gupta

आपको बचपन से ही कहानी, शायरी और कविताएं लिखने और पढ़ने का काफी शौक रहा है। कॉलेज जीवन में आप अनेक विचारणीय नैतिक विषय पर लेख चुके है। आपका जन्म उत्तर प्रदेश के आगरा जिला में हुआ। जन्मभूमि ही आपकी कर्मभूमि भी रही, आपका अब तक का समस्त जीवन आगरा में ही गुजरा। आपने आगरा कॉलेज, आगरा से भौतिक विज्ञान विषय में मास्टर ऑफ साइंस और आगरा विश्वविद्यालय से भौतिक विज्ञान विषय में दर्शनशास्त्र से स्नातकोत्तर किया और भौतिक विज्ञान विषय में ही दर्शनशास्त्र से डॉक्टरेट कर रहे है। अतः फिलहाल जीवन में लेखक एक छात्र है।

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