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प्रयत्न:–

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मंजिलें दूर है भटका माना लड़ें कठिनाइयों से मन में है ठाना भले टूटे कमर या टूटे केहुनियां भले हम भावी के लिए बन जाएं कहानियां फिर भी करूंगा पूर्ण स्वप्न....जो मन में है ठाना हां....अभी–अभी दुनियां का ...

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sanjeet pandey
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