मेरे मायूसी की वजह है बेरूख तेरी, तेरी बेरुखी में जाएगी जान मेरी। किसी तरह ये रात गुजर जाने दे, फिर तेरे शहर में सहर न होगी मेरी, तेरे दिल में मेरे लिए अब प्यार दिखता नहीं, तेरे दिल में कोई और ...
मेरे मायूसी की वजह है बेरूख तेरी, तेरी बेरुखी में जाएगी जान मेरी। किसी तरह ये रात गुजर जाने दे, फिर तेरे शहर में सहर न होगी मेरी, तेरे दिल में मेरे लिए अब प्यार दिखता नहीं, तेरे दिल में कोई और ...