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बेरुखी तेरी

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मेरे मायूसी की वजह है बेरूख तेरी, तेरी बेरुखी में जाएगी जान मेरी। किसी तरह ये रात गुजर जाने दे, फिर तेरे शहर में सहर न होगी मेरी, तेरे दिल में मेरे लिए अब प्यार दिखता नहीं, तेरे दिल में कोई और ...

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Rohit Singh
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