वक्त-बे-वक्त दिल की बातों को कोरे पन्ने पर उकेर देने का शौक रहा।
जिंदगी की पन्ने पलटे तो लिखावट में ठोकरें और सबक दोनों शामिल कर लिए।
लिखा करती थी, की ख़ुद को बहुत पसंद था। आप पड़ेंगे तो पायेंगे कि ये सब आप पर भी कभी गुजरा होगा,..
आप का यहाँ तक आकर मेरे लेख पड़ने का शुक्रिया।
आप अपने अनुभव मेरे साथ साझा कर सकते हैं।
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