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POEM- आशिक़ी रंग लायी है

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10:51AM, 27.04.2020, Monday Poem - आशिक़ी रंग लायी है बहुत ढूंढ़ी थी मुश्किल से पायी है. तेरी एक मुकम्मल तस्वीर बनाई है. एक नज़्म लिखने का मन हुआ है, बड़ी तीव्रता से तेरी याद आयी है. आज हवाओं ...

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लेखक के बारे में

शब्दों और लफ़्ज़ों की दुनियां में सुकून ढूंढ़ता एक परिंदा.. कृपया मेरी सभी रचनाओं को पढ़कर समीक्षा दें और त्रुटि भी बताएं जिससे मैं अपनी लेखनी में सुधार ला सकूँ. तेरी मोहब्बत किराए के मकान जैसी "उड़ता" ,तमाम उम्र सहेजी मगर अपनी ना हो सकी... शीशे ने टूट कर अपनी कशिश बता दी "उड़ता ", मगर हम तो रहे पत्थर से जो टूटने के भी काबिल नहीं... सुरेंद्र सैनी बवानीवाल "उड़ता ",झज्जर (हरियाणा )

समीक्षा
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  • author
    Seema Saini
    28 अप्रैल 2020
    love is in the air
  • author
    ARVIND SAINI
    03 मई 2020
    very good
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    Seema Saini
    28 अप्रैल 2020
    love is in the air
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    ARVIND SAINI
    03 मई 2020
    very good