pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

जिंंदगी इक होड़ है खेल भावना बनाए रखना जख्म हों गहरे फिर भी कोई सवाल ना करना.... गरीबों की बस्ती है उम्मीदे मशाल जलाए रखना अमीरों के शहर से लेकिन कोई मलाल ना करना.... तमगों की दौड़ है पसीना ...