जिंंदगी इक होड़ है खेल भावना बनाए रखना जख्म हों गहरे फिर भी कोई सवाल ना करना.... गरीबों की बस्ती है उम्मीदे मशाल जलाए रखना अमीरों के शहर से लेकिन कोई मलाल ना करना.... तमगों की दौड़ है पसीना ...
जिंंदगी इक होड़ है खेल भावना बनाए रखना जख्म हों गहरे फिर भी कोई सवाल ना करना.... गरीबों की बस्ती है उम्मीदे मशाल जलाए रखना अमीरों के शहर से लेकिन कोई मलाल ना करना.... तमगों की दौड़ है पसीना ...