मत पीया करो मदिरा ए ज़ालिम, भूल जाया करतें हो अक्षर वफ़ा उनकी, संभाले सँभालते नहीं हो उनके ख़यालों से, खुद तो रहते हो नशें में क्यों कहते हो बेवड़े उनको??? ...
मत पीया करो मदिरा ए ज़ालिम, भूल जाया करतें हो अक्षर वफ़ा उनकी, संभाले सँभालते नहीं हो उनके ख़यालों से, खुद तो रहते हो नशें में क्यों कहते हो बेवड़े उनको??? ...