pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

उड़ते पक्षी, चहचहाते गान, पिंजरे में बंद, संगीत के आनंद। पंख फड़फड़ाते, नजर छुपाते, स्वतंत्रता की अब तलाश में बदलते। उच्चाईयों को छूने की ख्वाहिश, प्रकृति से मिलने का अभिलाष। पिंजरे में बंद, दिल ...