pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

पेड़ पे बैठी थी पिशाचिनी

0

"पेड़ पे बैठी थी पिशाचिनी" – एक डरावनी और भावनात्मक कहानी, जो सन् 1995 की एक सच्ची घटना से प्रेरित है: साल 1995, जगह – उड़ीसा का एक छोटा सा गांव। 14 साल का सुमित अपने माता-पिता के साथ रहता था। उसके ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Kalyan Biswaranjan
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है