कुछ सही नहीं चल रहा, पता है संभाल नहीं पा रहे हो,पता है सब कुछ बिखर रहा है,पता है किंतु इस वजह से तुम्हारा स्वयं का टूटना.. उचित नहीं पार्थ! हार चुके हो तुम,पता है विजय की प्रतीक्षा में हो,पता ...
कुछ सही नहीं चल रहा, पता है संभाल नहीं पा रहे हो,पता है सब कुछ बिखर रहा है,पता है किंतु इस वजह से तुम्हारा स्वयं का टूटना.. उचित नहीं पार्थ! हार चुके हो तुम,पता है विजय की प्रतीक्षा में हो,पता ...