अस्त- व्यस्त ऋतुओं की घुमावदार आवाजाही के बीच भूकम्पी झटके खिलाते हुए और समुद्र की तुफानी लहरों सी आढ़ी - तिरछी रेखाओं से गुजरना सिखाते हुए तुमसे प्रेम - सम्बन्ध कर रहा हैं मेरे अस्तित्व को पुन : ...
अस्त- व्यस्त ऋतुओं की घुमावदार आवाजाही के बीच भूकम्पी झटके खिलाते हुए और समुद्र की तुफानी लहरों सी आढ़ी - तिरछी रेखाओं से गुजरना सिखाते हुए तुमसे प्रेम - सम्बन्ध कर रहा हैं मेरे अस्तित्व को पुन : ...