पडोसी.... कभी श्राप कभी वरदान मान ना मान मैं तेरा मेहमान अच्छा लगता हैं जब होता हैं प्रेम का आदान प्रदान और बुरा लगता हैं जब उठते हैं एक दुसरें के जान ...
पडोसी.... कभी श्राप कभी वरदान मान ना मान मैं तेरा मेहमान अच्छा लगता हैं जब होता हैं प्रेम का आदान प्रदान और बुरा लगता हैं जब उठते हैं एक दुसरें के जान ...