पद प्रतिष्ठा के लिए, जीते हैं कुछ लोग, कुछ ऐसे इंसान हैं, सहते रहें वियोग। रोते रहें नसीब को, कर्मों का न ध्यान, लेकिन प्रभु इच्छा प्रवल, सत्ता सेवा भोग।। ...
पद प्रतिष्ठा के लिए, जीते हैं कुछ लोग, कुछ ऐसे इंसान हैं, सहते रहें वियोग। रोते रहें नसीब को, कर्मों का न ध्यान, लेकिन प्रभु इच्छा प्रवल, सत्ता सेवा भोग।। ...